नमस्ते मित्रों !
मेरा नाम डॉ हृषिकेश सरकार है. मैं मुंबई स्थित, कोकिलाबेन धीरूभाई अम्बानी हॉस्पिटल, जो की भारत के सर्वश्रेष्ठ और जानेमाने अस्पतालों में गिना जाता है, यहाँ पर ब्रेन (मस्तिष्क ) और स्पाइन (रीढ़, कमर, पीठ, गर्दन ) के सीनियर सर्जन के रूप मेँ कार्यरत हूँ. मेरे पास देश विदेश से पेशेंट अपना इलाज करने आते हैं. इस वेबसाइट के ज़रिये यह मेरा प्रयास रहेगा की ब्रेन और स्पाइन सर्जरी से जुड़ी हुई जानकारी आप तक पहुंचे। तथ्य सामने आएं और फेक फैक्ट्स और फेक न्यूज़ दूर रहे। और अधिक जानकारी के लिए नीचे दिए गए व्हाट्सप्प icon पर क्लिक करें, या, contact पेज पर अन्य विकल्प देखें
इस सेक्शन में हम स्पाइन (रीढ़, कमर, साइटिका, गर्दन, डिस्क प्रोलैप्स ) सर्जरी से जुड़े हुए, अधिकतर पूछे जाने वाले सवालों का उत्तर देने का प्रयास करेंगे।
१. यह ऑपरेशन क्यों ज़रूरी है ?
जब नसों के ऊपर होने वाले दबाव की वजव से दर्द, पीड़ा, सुन्न पड़ना जब, अत्यधिक या असहयानीय हो जाये और जब ये सुनिश्चित कर लिया जाए की अब कोई मालिश, फिजियोथेरेपी, कसरत, आराम की अवधी, पट्टा, मेडिसन , लेप, बाम, इंजेक्शन अब काम नहीं करे , तब ऑपरेशन ज़रूरी हो जाता है. इसके अलावा अगर यह दबाव पैरालिसिस या पेशाब की कमज़ोरी कर दे, तब ऑपरेशन एक इमरजेंसी बन सकता है
२.क्या ऑपरेशन छोड़ कर और कोई रास्ता नहीं है?
सारे समिकरणो को देख कर और समझ कर जब आपके सर्जन को लगे की ऑपरेशन टालने से paralyse या व्हीलचेयर लगाने की नौबत आ सकती है या पेशाब कण्ट्रोल करने की ताकत जा सकती है या दवाई इत्यादि फेल हो जाए, तब ऑपरेशन छोड़ कर और कोई रास्ता नहीं बचता।
३. ऑपरेशन से क्या रिस्क है?
कोई भी ऑपरेशन से कुछ ना कुछ कॉम्प्लीकेशन्स या रिस्क का खतरा होता ही है. यह रिस्क कम या ज़्यादा कई पैमानों पर निर्भर करता है जैसे की - पेशेंट की आयु , पेशेंट का वज़न, पहली वाली बीमारियां (डायबिटीज, हार्ट प्रॉब्लम, किडनी प्रॉब्लम), सर्जन की सक्षमता और कुशलता, हॉस्पिटल में उपस्थित आधुनिक तकनिकी, ऑपरेशन के बाद बताई हुई सावधानि का पालन करना इत्यादि। हमारे हॉस्पिटल में पूरी तरीके से और व्यवस्थित तौर से जांच परखने के पश्चात ही ऑपरेशन का निर्णय लिया जाता है। इसके साथ टैलेंट, अत्याधुनकी तकनीक और टीम वर्क इन कॉम्प्लीकेशन्स या रिस्क्स को बहुत हद तक निल या कम कर देता है.
४. क्या ऑपरेशन के बाद paralyse, लकवा, कोमा हो जायेगा?
अगर ऑपरेशन का उद्देश्य क्लियर हो, पेशेंट परिस्थिति अनुकूल हो, सर्जन, हॉस्पिटल और टीमवर्क सुसज्ज और सक्षम हो तब ऐसे विषम और गंभीर कॉम्प्लीकेशन्स होने के चान्सेस बहुत कम हो जाते हैं। इसके विपरीत, अगर आप कम्प्लीकेशन के डर से ऑपरेशन टाल रहें हैं या भयभीत हो रहे हैं, तो, बिना कुछ करे, वही विषम परिस्थिति जिससे आप मुहं फेर रहे हैं, आप तक पहुँच जाएगी। अक्सर देखा जाता है की पेशेंट, डर की वजह से ऑपरेशन डिले करता है और केस और कॉम्प्लिकेटेड हो जाता है.
५. ऑपरेशन कौन बेहतर करता है - एक न्यूरोस्पाइन सर्जन या एक ऑर्थोस्पाइन सर्जन ?
दोनों ही सामान्य तौर की स्पाइन सर्जरी करने में सक्षम हैं. लेकिन नसों / स्पाइनल कॉर्ड ट्यूमर का इलाज न्यूरो स्पाइन सर्जन की विशेषता होती है. ऑपरेशन तय करने से पहले देख लें की सर्जन की सक्षमता के साथ क्या अस्पताल में टीम वर्क, आधुनिक उपकरण मौजूद है या नहीं।
६. किस पद्धिति से ऑपरेशन किया जायेगा ? लेज़र या दूरबीन ?
हमारे यहाँ सूक्ष्मबिन (माइक्रोस्कोप) का उपयोग किया जाता है. लेज़र, दूरबीन और सूक्ष्मबिन, सब, एक ही मकसद को हासिल करते हैं - ऑपेरशन के दौरान चीरे का साइज और ऑपरेशन के पश्चात दर्द , एवं अस्पताल में रहने की अवधि को कम करना। तकनीक अलग अलग है पर मंज़िल एक - जल्दी से जल्दी पीड़ा रहित होना और काम पर वापस लौटना। इसके अलावा हमारे अस्पताल में ऑपरेशन के दौरान नसों में बेहते हुए करंट को परखने की अत्याधुनिक सेवा और कंप्यूटर /रोबोट / O arm जिससे सर्जरी बेहद रूप से सेफ हो जाती है, मौजूद है.
७. ऑपरेशन के दौरान क्या स्क्रू, प्लेट, रॉड लगेगी?
अधिकांश केसेस में किसी भी प्रकार के स्क्रू, रोड, प्लेट इत्यादि लगाने की ज़रुरत नहीं पड़ती। लेकिन, यह निर्णय कई पैमानों पर निर्भर होता है - जैसे की, पेशेंट की आयु, पेशेंट द्वारा बताए हुए मर्ज़, हड्डी की गहनता और सुदृढ़ता, हड्डी का फिसलना, नसों के दबाव की विषमता इत्यादि ।
८. अगर ज़रुरत पड़ने पर देशी या विदेशी? - कौन से उपकरण जैसे की रोड, सस्क्रू, प्लेट बेहतर होते हैं?
अधिकाँश केसेस में, देशी उपकरण कीमत से किफायती होते हैं और इनका सर्टिफिकेशन भारतीय पैमानों और एजेंसी द्वारा होता है. विदेशी स्क्रूस अमेरिका की FDA एजेंसी से सर्टिफाइड होते हैं. शरीर की अपनी हड्डी जुड़ने तक(औसतन ३-४ महीने), दोनों ही अपने कार्य में सक्षम हैं.
९. ऑपरेशन की क्या फीस रहेगी?
ऑपरेशन की फीस का निर्णय कई पैमानों पर होता है जैसे की - ऑपरेशन की जटिलता, लगने वाले उपकरण, भर्ती रहने की अवधी, वार्ड का प्रकार इत्यादि। पर उत्तर देने के लिए, और एक example के तौर पर हमारें हॉस्पिटल में, जनरल वार्ड के लिए, एक "साधारण" (डिस्क्लेमर सेक्शन देखें) डिस्क सर्जरी की लागत , लगभग 1.५ लाख से शुरू होती है. जिनके पास ऑरेंज राशन कार्ड है, वह अस्पताल के सोशल अफसर से आर्थिक मदद के लिए अप्लाई कर सकते हैं.
१०. कितने दिन हॉस्पिटल में रहना होगा?
औसतन ५-७ दिवस। कुछ कुछ केसेस में यह अवधी १-२ दिन भी हो सकती है।
११. मैं कब तक अपना नार्मल काम शुरु कर सकूंगा ?
ऑपरेशन के ५-७ दिन बाद घर पर चलने और बहार टहलने की अनुमति होगी. धीरे धीरे इस कार्य अवधी को बढ़ाया जाता है. एक महीने के पश्चात लाइट वर्क को भी परमिट किया जाता है. अगर फॉलो उप विजिट के दौरान पेशेंट द्वारा दर्शित प्रोग्रेस अच्छा हो तो औसतन तीन महीनो में पेशेंट, सावधानी के साथ व और सर्जन, फिजियो डॉक्टर के निरिक्षण में नार्मल कार्य शुरू कर सकता है.
१२. ऑपरेशन के बाद क्या करें और क्या न करें -
क्या करें -
- चलें, उठे, रिश्तेदारों से बात करें, मन तारों ताज़ा रखें, खुश रहे
- टांगो और पैरों की फिजियोथेरेपी करें
- ज़खम को ड्राई रखें
- अगर ज़ख़्म पर स्टिच या स्टेपलर लगा हो तोह उसे छेड़े नहीं। उसे निकालने के तारीख डिस्चार्ज के दौरान बताई जायेगी
- मेडिसिन का निर्देशानुसार उपयोग करें
- अगर ज़ख़्म लाल हो, उससे पानी या पीप निकले, या बुखार आये तब तुरंत डिस्चार्ज समरी में दिए हुए नंबर पर संपर्क करें. संपर्क न होने की परिस्थिति में निकटम अस्पताल ले जाएँ या फिर हमारे अस्पताल के इमरजेंसी सेक्शन में आएं.
- वेस्टर्न कमोड का इस्तेमाल करें।
क्या ना करें -
- दवाई लेने का भूलना
- बिना परमिशन के शारीरिक गतिविधियां बढ़ाना, ड्राइविंग, ट्रेवल और स्पोर्ट्स में हिस्सा लेना
- झुकना, ज़्यादा देर एक जगह बैठे रहना , भारी सामान उठाना
- ज़ख़्म को गन्दा रखना
- विजिट भूलना या विजिट के दौरान रिपोर्ट्स और फ़िल्सम का भूलना
१३. अगर मैंने आपके यहाँ ऑपरेशन कराने का निर्णय लिया तो आगे की प्रक्रिया क्या रहेगी?
- सबसे पहला काम है appointment लेना। मुझे दिखाने के लिए अपॉइंटमेंट लेने के लिए इस वेबसाइट के कांटेक्ट पेज पर दिए हुए नंबर (व्हाट्सप्प) पर कांटेक्ट करे. इसके अलावा अन्य विकल्प भी उस पेज पर दिए गयें हैं।
- यह ध्यान रखें की आपके पास सभी CT और MRI फिल्म और रिपोर्ट , ट्रीटमेंट रिकॉर्ड मॉजूद हो
- मुझसे मिलने के पश्चात सेक्रेटी से जा कर मिले। यहाँ पर आपको एस्टीमेट लेटर और सर्जरी डेट के बारे में जानकारी मिलेगी।
- अगर आप इन्शुरन्स के अंतर्गत सर्जरी करवाना चाहतें हैं, तो TPA सेक्शन (ग्राउंड फ्लोर) से फॉर्म सबंधित जानकारी प्राप्त करें
- Admission counter (ग्राउंड फ्लोर ) पर आपको bed बुक करने की सुविधा प्राप्त होगी
- भूल देनेवाले (एनेस्थेटिस्ट ) द्वारा की जाने वाली जांच - Fitness टेस्ट
- फिटनेस एंड बिलिंग क्लीयरेंस
- भर्ती की तारीख और ऑपरेशन डेट का कन्फर्म होना
- भर्ती के पश्चात - फिटनेस रिव्यु, एनेस्थेटिस्ट रिव्यु, तकनकि स्कैन, ब्लड बैंक सबंधित आवश्यकताएं इत्यादि
- ऑपरेशन का समय सूचित करना, ऑपरेशन अवधी की जानकारी
- ऑपरेशन के दिन - ऑपरेशन थिएटर शिफ्ट (थर्ड फ्लोर)
- सगे समन्धि ऑपरेशन थिएटर के बाहर वेटिंग एरिया में रहे
- ऑपरेशन समाप्त होने की सुचना
- वार्ड शिफ्ट
- डिस्चार्ज की प्रक्रिया शुरू
- ऑपरेशन से डिस्चार्ज और उसके बाद अस्पताल outpatient विजिट तक की कुल अवधि लगभग ७-१० दिन